Air India Plane Crash: 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही फ्लाइट AI-171 टेकऑफ के कुछ ही देर बाद एक मेडिकल हॉस्टल की इमारत से टकरा गई थी। इसमें 270 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें 241 यात्री और क्रू मेंबर शामिल थे। इस हादसे से जुड़ी 15 पन्नों की शुरुआती जांच रिपोर्ट सामने आई है।
Air India Plane Crash Report: अहमदाबाद विमान हादसे पर रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में हादसे की जो वजह बताई गई है उसके अनुसार, एयर इंडिया की उड़ान एआई-171 के दोनों इंजन में ईंधन पहुंचाने वाले स्विच बंद हो गए थे और इसके बाद पायलटों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई, जिसके कुछ ही सेकंड बाद विमान अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। 15 पन्नों वाली रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘कॉकपिट वॉयस रिकार्डिंग’ में सुना गया कि एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि उसने ईंधन क्यों बंद किया, तो जवाब मिला कि उसने ऐसा नहीं किया।
AAIB की 15 पन्नों की रिपोर्ट में क्या आया सामने?
- विमान ने 180 नॉट्स की अधिकतम इंडिकेटेड एअरस्पीड (IAS) हासिल की।
- इसके तुरंत बाद इंजन-1 और इंजन-2 के फ्यूल कटऑफ स्विच रन से कटऑफ पोजिशन में चले गए और वो भी सिर्फ 1 सेकंड के अंतराल पर।
- जिससे इंजनों में ईंधन आना बंद हो गया और दोनों इंजन के N1 व N2 रोटेशन स्पीड तेजी से गिरने लगी।
दोनों पायलटों के बीच की बातचीत
AAIB की रिपोर्ट के अनुसार, विमान टेक-ऑफ के 7 सेकंड बाद ही दोनों इंजनों के ईंधन नियंत्रण स्विच अचानक “RUN” से “CUTOFF” पर चले गए, जिससे दोनों इंजनों को ईंधन मिलना बंद हो गया। यह पूरी प्रक्रिया एक सेकेंड के अंदर हुई। इससे इंजन का थ्रस्ट पूरी तरह चला गया और विमान ने ऊंचाई नहीं पकड़ पाई। रिपोर्ट में बताया गया है कि पायलटों ने तत्काल स्थिति को समझते हुए इंजन दोबारा चालू करने की कोशिश की।
दोनों स्विच वापस “RUN” पर लाए गए और उनमें से एक इंजन चालू भी हो गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। विमान टेक-ऑफ के सिर्फ 32 सेकंड बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में एक पायलट दूसरे से पूछते हुए रिकॉर्ड हुआ, “तुमने फ्यूल क्यों काटा?”, जवाब मिला, “मैंने नहीं किया।” लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि कौन-सी आवाज किस पायलट की थी।
रिपोर्ट बताती है कि विमान पूरी तरह से एयरवर्दी (उड़ान योग्य) था। टेक-ऑफ से पहले सभी जरूरी तकनीकी निरीक्षण किए गए थे। कप्तान सुमित सभरवाल के पास 15,000 घंटे की उड़ान का अनुभव था, जिनमें 8,600 घंटे बोइंग 787 पर थे। उनके साथ फ्लाइट में फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर थे, जिनके पास भी 3,400 घंटे का अनुभव था।
जांच टीम और अंतिम रिपोर्ट
कुछ पायलट संगठनों ने AAIB की जांच टीम की विशेषज्ञता पर सवाल उठाए थे। इसके जवाब में AAIB ने स्पष्ट किया कि टीम में पायलट, इंजीनियर, एविएशन मेडिसिन विशेषज्ञ और फ्लाइट रिकॉर्डिंग विशेषज्ञ शामिल हैं, जो इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं।
AAIB ने कहा है कि अंतिम विस्तृत रिपोर्ट 12 जून 2026 तक जारी की जाएगी। तब तक, कोई स्पष्ट निष्कर्ष नहीं निकाला गया है और 787-8 या GE GEnx-1B इंजन ऑपरेटरों के लिए कोई नई सुरक्षा सलाह नहीं जारी की गई है।
क्या बोले नागरिक उड्डयन मंत्री?
रिपोर्ट पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने कहा कि ये एक शुरुआती जांच रिपोर्ट है, और जांच में तथ्यों को छिपाया नहीं गया है। जांच में सभी अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन किया गया है। ये शुरुआती रिपोर्ट है। अभी फाइनल रिपोर्ट का इंतजार है। जैसे ही फाइनल रिपोर्ट आती है हम किसी निष्कर्ष पर पहुंचेंगे।
इन एंगल्स पर जांच
1- क्या टेक्निकल ग्लिच की वजह से हादसा हुआ जिससे ये पता चलेगा कि क्या बोइंग जिम्मेदार है। जब तक क्लीन चिट नहीं मिलती तब तक बोइंग भी जांच की रडार से बाहर नहीं है।
2- क्या मैनुअली कटऑफ हुआ या जानबूझकर पायलट ने किया। हालांकि एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये संभव नहीं है कि गलती से हाथ लग जाए और स्विच ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ पर शिफ्ट हो जाए। ओरिजिनल इक्विपमेंट्स मैन्युफैक्चरर्स को बुलाया जा रहा है, वो भी जांच करेंगे।
3- क्या किसी तीसरे इक्विपमेंट की खराबी की वजह से हादसा हुआ?
कब हुई थी घटना?
गौरतलब है कि 12 जून को अहमदाबाद के इंटरनेशनल एअरपोर्ट से लंदन गैटविक के लिए उड़ान भरने के 30 सेकेंड के भीतर ही एअर इंडिया का विमान बड़े हादसे का शिकार हो गया था।
इस विमान में कुल 242 लोग सवार थे। इस घटना में 241 लोगों की मौत हो गई थी और सिर्फ एक व्यक्ति ही जीवित बच पाया। यह पहली बार है कि बोइंग की सबसे लोकप्रिय वाइड-बॉडी विमाम ड्रीमलाइनर (Boeing 787) की किसी दुर्घटना में इतनी मौतें हुईं और विमान पूरी तरह से नष्ट हो गया हो।