Landslides and Floods in Himachal: जगह-जगह भूस्खलन से राज्य में गुरुवार शाम तक तक तीन नेशनल हाईवे सहित 580 सड़कें बंद रहीं। 598 बिजली ट्रांसफार्मर व 367 जल आपूर्ति योजनाएं भी बाधित हैं।
Himachal Weather Update: हिमाचल प्रदेश में हाल ही में हुई भारी बारिश से राज्य के अलग-अलग जिलों में भारी नकुसान हुआ है। भूस्खलन और बाढ़ की वजह से तीन राष्ट्रीय राजमार्गों सहित करीब 580 सड़कें वाहनों के आवागमन के लिए बंद कर दी गई हैं। जगह-जगह भूस्खलन से राज्य में गुरुवार शाम तक तक तीन नेशनल हाईवे सहित 580 सड़कें बंद रहीं। 598 बिजली ट्रांसफार्मर व 367 जल आपूर्ति योजनाएं भी बाधित हैं।
बता दें कि कुल्लू जिले में सबसे अधिक 204, मंडी 141, शिमला 72, कांगड़ा 44, चंबा 30 व सिरमाैर में 29 सड़कें बंद हैं। भूस्खलन और भारी बारिश की वजह से बंद राष्ट्रीय राजमार्गों में अटारी-लेह मार्ग (एनएच 3), औट-सैंज मार्ग (एनएच 305) और अमृतसर-भोटा मार्ग (एनएच 503ए) शामिल हैं। राज्य के अलग-अलग जिलों में 580 सड़कें बंद हैं। इनमें से सबसे अधिक 213 सड़कें कुल्लू में बंद हैं, जबकि मंडी जिले की 154 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बंद है।
राज्य के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी
शिमला सहित कई अन्य भागों में रात से रुक-रुककर बारिश जारी है। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि मौसम विभाग की तरफ से इस सप्ताह के अंत में राज्य के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इस दौरान लोगों से सतर्क रहने और सावधानी बरतने की अपील की गई है। वहीं सप्ताह के अंत तक राज्य के चंबा, कांगड़ा और मंडी में भारी से बहुत भारी बारिश की वजह से अलग-अलग इलाकों में ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है।
4,31,399.99 लाख रुपये की संपत्ति का नुकसान
प्रदेश में बादल फटने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। भारी बारिश, बाढ़ एवं भूस्खलन से हर साल तबाही हो रही है। पहाड़ों पर पिछले 30 वर्षों में अत्याधिक बारिश की घटनाओं में 200 फीसदी तक बढ़ोतरी हो गई है। इस मानसून सीजन के दौरान अभी तक कुल 4,31,399.99 लाख रुपये की संपत्ति का नुकसान हो चुका है। इस मानसून सीजन में 20 जून से 11 सितंबर तक 380 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। 447 लोग घायल हुए हैं। 40 लोग अभी भी लापता हैं। इस दौरान 165 लोगों की सड़क हादसों में मौत हुई है। राज्य में 7,403 कच्चे-पक्के मकानों व दुकानों को क्षति हुई है। 5,762 गोशालाओं को भी नुकसान हुआ है। 1,983 पालतु पशुओं की भी माैत हुई है।
अब तक 380 लोगों की हुई मौत
एसईओसी के मुताबिक, राज्य के अलग-अलग इलाकों में 380 लोगों की मौत हुई है। इनमें 48 भूस्खलन से, 17 बादल फटने से, 11 बाढ़ और 165 लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हुई है। इसके अलावा, 40 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। बारिश-बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित लोगों की हर संभव मदद का ऐलान किया गया है।