Cloudburst in Kullu: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में आठ अगस्त को शाम 5.35 बजे उप-तहसील जरी के शरोद नाले में बादल फटने की घटना हुई। अभी तक किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है।
Flash Flood in Manikaran Valley: हिमाचल मानसून के विनाशकारी प्रभाव से जूझ रहा है। शुक्रवार को भी कुल्लू में बादल फटने की घटना सामने आई। हालांकि, इसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) के अनुसार, अब तक कुल 208 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से 112 वर्षाजनित घटनाओं में और 96 सड़क हादसों में हुई हैं।
8 अगस्त की शाम को उप-तहसील जरी के शरोद नाले में बादल फट गया। बादल फटने की वजह से मणिकर्ण घाटी में बाढ़ आ गई है। हालांकि, किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है, घटना के बाद भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने लगातार बारिश को देखते हुए नई चेतावनी जारी की है। राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना के कारण आईएमडी ने 11 और 12 अगस्त के लिए कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट और येलो अलर्ट जारी किया है।
अब तक कुल 304 लोगों की मौत
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र द्वारा जारी संचयी क्षति रिपोर्ट के अनुसार, 20 जून से 8 अगस्त, 2025 के बीच मानसून से हुईं आपदाओं और यातायात दुर्घटनाओं के कारण राज्य में कुल 304 लोगों की जान जा चुकी है।
प्रदेश में 112 बारिश से संबंधित मौतें और अन्य कई आपदाओं के कारण हुईं। इनमें बादल फटने से 17, डूबने से 20, बिजली का झटका लगने से 11, अचानक आई बाढ़ से 9, भूस्खलन से 6 और सांप के काटने, आग लगने और ढलान वाले इलाकों से गिरने से हुई अन्य मौतें शामिल हैं।
इसके साथ ही, सभी जिलों में सड़क दुर्घटनाओं में 96 लोग मारे गए, जिनमें मंडी (20), शिमला (15), और किन्नौर व कुल्लू (8-8) में सबसे अधिक मौतें हुईं।
1989 करोड़ का नुकसान
प्रदेश को बारिश और भूस्खलन के कारण 1,98,810.07 लाख रुपये (लगभग 1,989 करोड़ रुपये) हो गया है। एसडीएमए ने राज्य के कई हिस्सों में और अधिक बारिश के पूर्वानुमान के मद्देनजर, जनता से निरंतर सतर्कता बरतने और परामर्शों का कड़ाई से पालन करने का आह्वान किया है।