12 जून, 2025 को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया प्लेन क्रैश पर एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इंवेस्टीगेशन ब्यूरो (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट के बाद DGCA ने यह कदम उठाया है। डीजीसीए ने कहा है कि 21 जुलाई तक सभी विमानों की जांच पूरी कर ली जाए।
DGCA Orders to Airlines: AAIB की रिपोर्ट के बाद भारत के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने बड़ा फैसला लिया है। डीजीसीए ने सभी भारतीय रजिस्टर्ड फ्लाइट्स के इंजन फ्यूल स्विच की अनिवार्य जांच के आदेश जारी किए हैं। यह कदम AAIB की रिपोर्ट आने के बाद उठाया गया है। बता दें कि जांच पूरी करने की आखिरी तारीख 21 जुलाई 2025 है।
DGCA ने साफ किया है कि यह जांच State of Design/Manufacture द्वारा जारी किए गए Airworthiness Directives के आधार पर जरूरी की गई है। भारत में रजिस्टर्ड सभी विमान, इंजन और कंपोनेंट्स पर यह नियम लागू होगा।
यह निर्देश फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) की तरफ से 17 दिसंबर 2018 को जारी बुलेटिन के आधार पर जारी किया गया है। इसमें बोइंग और मैकडॉनेल डगलस के विभिन्न मॉडलों में फ्यूल कंट्रोल स्विच लॉकिंग सिस्टम की संभावित विफलता की चेतावनी दी गई थी।
किन विमानों पर लागू है यह निर्देश?
Boeing 717-200
737 सीरीज (700, 700C, 800, 900ER, 737-8, 737-9)
747 सीरीज (400, 400D, 400F, 8, 8F)
757 सीरीज (200, 200CB, 200PF, 300)
767 सीरीज (200, 300, 300F, 400ER, 2C)
787 सीरीज (8, 9, 10)
MD-11 और MD-11F
MD-90-30
निरीक्षण क्यों जरूरी है?
बुलेटिन में बताया गया है कि ईंधन नियंत्रण स्विच का लॉकिंग सिस्टम कभी-कभी खुद से ही बंद हो सकता है, जिससे विमान के संचालन में गंभीर खतरा उत्पन्न हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय और घरेलू स्तर पर कई एयरलाइनों ने पहले ही इस बुलेटिन के अनुसार निरीक्षण शुरू कर दिया है।
क्या है लास्ट डेट और प्रोसेस?
DGCA ने सभी प्रभावित एयरलाइन ऑपरेटरों को 21 जुलाई 2025 तक निरीक्षण कार्य पूरा करने और उसका रिपोर्ट नियामक कार्यालय और संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय को सौंपने का निर्देश दिया है।
DGCA की चेतावनी
डीजीसीए ने एयरलाइन कंपनियों से बोइंग 787, 737 विमानों की फ्यूल स्विच लॉकिंग प्रणाली की जांच करने को कहा है। डीजीसीए ने कहा है कि एयरलाइन कंपनियां बोइंग 787, 737 विमानों की फ्यूल स्विच लॉकिंग प्रणाली की जांच 21 जुलाई तक पूरी करें।