Jagdeep Dhankhar: जगदीप धनखड़ तब तक वहां रहेंगे जबतक उन्हें सरकार की ओर से अधिकारिक आवास नहीं मिल जाता है। दिल्ली के छतरपुर एन्क्लेव में चौटाला का फार्महाउस है।
Dhankhar House Shift: देश के पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपना सरकारी आवास आज खाली कर दिया है। उपराष्ट्रपति का पद छोड़ने के एक महीने के बाद धनखड़ ने अपना सरकारी आवास खाली किया है। बता दें कि जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था।
इसके बाद से ही अटकलें लगाई जा रही थीं कि धनखड़ के इस्तीफे के तार जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग लाए जाने के प्रस्ताव से जुड़े हुए थे। हालांकि इसपर अबतक धनखड़ ने किसी तरह की कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन विपक्ष ने इस मुद्दे को खूब उछाला था।
जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति आवास खाली करने के बाद इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) प्रमुख अभय सिंह चौटाला के फार्महाउस पर रहने का फैसला किया है। जगदीप धनखड़ तब तक वहां रहेंगे जबतक उन्हें सरकार की ओर से अधिकारिक आवास नहीं मिल जाता है। दिल्ली के छतरपुर एन्क्लेव में चौटाला का फार्महाउस है। जगदीप धनखड़ और चौटाला परिवार के बीच संबंध लगभग 40 साल पुराने हैं।
1989 से दोनों के बीच संबंध हैं, जब अभय के दादा देवीलाल (हरियाणा के सबसे बड़े जाट नेता और तत्कालीन मुख्यमंत्री) ने राजस्थान के युवा वकील जगदीप धनखड़ को एक संभावित ‘नेता’ के रूप में पहचाना था। बदले में धनखड़ (जो खुद भी एक जाट हैं) हमेशा देवीलाल को अपना ‘गुरु’ कहते थे।
अभय चौटाला ने क्या कहा?
जगदीप धनखड़ के फार्महाउस में जाने से पहले अभय चौटाला ने कहा, “जब मुझे पता चला कि धनखड़ जी रहने के लिए घर ढूंढ रहे हैं और उनका अपना घर तैयार नहीं है, तो मैंने उन्हें फ़ोन किया और हमारे घर पर रहने के लिए कहा। यह उस व्यक्ति के प्रति एक पारिवारिक सम्मान है जिसे हम अपने बड़े भाई के रूप में देखते हैं। मैंने उनसे कहा कि उन्हें कोई वैकल्पिक आवास ढूंढने की ज़रूरत नहीं है, यह उनका अपना घर है और उन्हें यहां आना चाहिए। उन्होंने विनम्रतापूर्वक स्वीकार कर लिया।”