Thailand-Cambodia War: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा पर छिड़ा युद्ध लगातार तेज़ होता जा रहा है। कंबोडिया की तरफ से BM-21 Rocket हमले से थाईलैंड में भारी तबाही हुई, जिसके जवाब में थाईलैंड ने F16 से जोरदार Airstrike की।
Thailand Cambodia Conflict: हिंदू मंदिर को लेकर 2 एशियाई देशों में जंग छिड़ गई है। दोनों ही देश एक दूसरे पर बम और तोपगोले बरसा रहे हैं। इस संघर्ष में अब तक कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं। ये दोनों देश थाईलैंड और कंबोडिया हैं, जहां पर हिंदू मंदिर बहुतायत संख्या में हैं।
बता दें कि दोनों ही देशों में बौद्ध धर्म के लोग रहते हैं। बौद्ध धर्म के लोगों की संख्या दोनों ही देशों में 90 फीसदी से अधिक है। इनके बीच सीमा पर गुरुवार को बड़े पैमाने पर हिंसक झड़पें हुईं। इस दौरान कंबोडिया ने थाईलैंड पर रॉकेट दागे तो जवाब में थाईलैंड ने कंबोडिया पर एयरस्ट्राइक कर दी।
थाईलैंड ने किया F‑16 का इस्तेमाल
थाई स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार हमले में कम से कम 12–14 लोगों की जान चली गई, जिनमें अधिकांश नागरिक और एक सैनिक शामिल थे। मृतकों में एक बच्चे की भी मौत हुई थी, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए। दोनों देशों की सेनाओं ने छोटे हथियारों, तोपों और रॉकेटों से भारी गोलाबारी की। कंबोडियाई पक्ष ने BM-21 रॉकेट से हमला किया, जिसमें पेट्रोल स्टेशन समेत अन्य नागरिक क्षेत्र प्रभावित हुए। थाईलैंड ने F‑16 लड़ाकू जेट्स का उपयोग कर कंबोडिया में सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए।
थाईलैंड ने खाली करवाए गांव
संकटग्रस्त स्थिति के कारण लगभग 40,000 थाई नागरिकों को सीमा से दूर सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया। अधिकांश लोग 86 गांवों से निकाले गए और अस्थायी निकासी केंद्रों में शरण ली गई। थाईलैंड ने सीमा पर हुई घटनाओं के बाद कंबोडिया का राजदूत निष्कासित किया और अपना राजदूत वापस बुला लिया। जवाब में कंबोडिया ने थाई राजदूत को वापस बुलाया और दोनों देशों ने राजनयिक संबंधों को निवारक स्तर तक घटा दिया।
कंबोडिया ने भी लोगों को हटाया
शुक्रवार को, ओड्डार मींचे प्रांत में कंबोडिया के मुख्य अधिकारी जनरल खोव ली ने बताया कि प्राचीन ता मुएन थॉम मंदिर के पास सुबह-सुबह फिर से झड़पें शुरू हो गईं। सीमा के पास एसोसिएटेड प्रेस के पत्रकारों को सुबह से ही तोपखाने की आवाज़ें सुनाई दे रही थीं। अधिकारी ने यह भी बताया कि गुरुवार को हुई लड़ाई में कम से कम चार नागरिक घायल हुए हैं और सीमा से लगे अपने गांवों से 4,000 से ज़्यादा लोगों को विस्थापित होकर निकासी केंद्रों में भेजा गया है।
कैसे हुई युद्ध की शुरुआत ?
गुरुवार सुबह थाईलैंड की सीमा पर एक संदिग्ध ड्रोन देखा गया। थाई सेना को यह ड्रोन ‘ता मुएन थॉम’ मंदिर के ऊपर मंडराता दिखाई दिया। इसके कुछ समय बाद कुछ कंबोडियाई सैनिकों को थाईलैंड के मिलिट्री बेस के पास देखा गया, जिससे तनाव और बढ़ गया। दोनों सेनाओं के बीच तीखी बहस हुई और रात करीब 8:30 बजे कंबोडियाई सैनिकों ने थाईलैंड के सैन्य ठिकानों पर रॉकेट से हमला कर दिया। जवाब में थाईलैंड ने भी हवाई हमले किए, जिससे दोनों देशों के बीच खुला युद्ध शुरू हो गया।
जानी-माल का नुकसान
अब तक इस संघर्ष में 14 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें सैनिक और आम नागरिक शामिल हैं। इसके अलावा 32 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिनमें 14 सैनिक भी हैं। युद्धग्रस्त क्षेत्रों में अफरातफरी मच गई है और सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच हिंदू मंदिर विवाद क्या है?
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच हिंदू मंदिर को लेकर विवाद मुख्य रूप से “प्रेह विहेयर मंदिर” (Preah Vihear Temple) को लेकर है। यह एक प्राचीन शिव मंदिर है, जो कि 11वीं शताब्दी में बनाया गया था और खमेर वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण माना जाता है। यह मंदिर सीमा पर एक पहाड़ी (डांगरेक पर्वतमाला) पर स्थित है, और यहीं से विवाद की जड़ शुरू होती है। मंदिर भौगोलिक रूप से थाईलैंड और कंबोडिया की सीमा पर स्थित है। मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार थाईलैंड की ओर है, लेकिन वह कंबोडिया की भौगोलिक सीमा में आता है। कंबोडिया यही दावा करता है।
दोनों देश करते हैं मंदिर पर दावा
फ्रांसीसी उपनिवेश काल में 1907 में कंबोडिया के लिए जो नक्शा तैयार किया गया था, उसमें मंदिर को कंबोडिया का हिस्सा बताया गया था। हालांकि थाईलैंड इस नक्शे को मान्यता नहीं देता और कहता है कि यह गलत था। इसके बाद हेग स्थित इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) ने 1962 में फैसला दिया कि यह मंदिर कंबोडिया का है। थाईलैंड ने इस फैसले को माना, लेकिन मंदिर के आसपास की 4.6 वर्ग किमी जमीन को लेकर विवाद बना रहा।

जबकि दुसरी ओर यूनेस्को ने 2008 में इस मंदिर को विश्व धरोहर घोषित कर दिया। थाईलैंड ने इसका विरोध किया। उसका कहना था कि यह कंबोडिया के दावे को मजबूत करता है और आसपास की विवादित जमीन पर प्रभाव डालता है। इसके बाद 2008 से 2011 के बीच मंदिर क्षेत्र को लेकर कई बार थाईलैंड और कंबोडिया की सेनाओं के बीच गोलीबारी और झड़पें हुईं। 2011 की झड़पों में कई सैनिक मारे गए और हजारों ग्रामीणों को सीमा से हटना पड़ा।
क्या है पुराना सीमा विवाद
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच 800 किलोमीटर लंबी सीमा पर दशकों से विवाद चलता आ रहा है, जो समय-समय पर उभरता रहा है। हालांकि हथियारों का इस्तेमाल बहुत कम हुआ है। पिछली बार 2011 में बड़ा सैन्य संघर्ष हुआ था, जिसमें 20 लोगों की जान गई थी।