Corona Vaccine Controversy: लगातार बढ़ते हार्ट अटैक के मामलों के लिए कर्नाटक सरकार ने कोरोना वैक्सीन को जिम्मेदार बताया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से रिसर्च के आधार पर दिया गिया जवाब।
Heart Attacks due to Corona Vaccine: पिछले कुछ महीनों में अचानक मौतों की खबरों ने लोगों को चिंता में डाल दिया है। खासकर तब जब सोशल मीडिया पर यह चर्चा तेज हो गई कि कहीं कोविड वैक्सीन इसके पीछे की वजह तो नहीं? इसी बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक अहम बयान जारी कर लोगों की आशंकाओं को दूर करने की कोशिश की है।
हाल में कर्नाटक के हासन जिले में 40 दिनों में 20 से ज्यादा लोग हार्ट अटैक से मर गए। इसको लेकर चर्चा के बीच कर्नाटक की सरकार ने कोरोना वैक्सीन को जिम्मेदार ठहराया। अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ किया है कि कोविड वैक्सीनेशन और अचानक मौतों के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) ने देशभर में दो अलग-अलग स्टडीज़ की हैं। इन स्टडीज़ से ये निष्कर्ष निकला कि कोविड वैक्सीन से अचानक मौत का खतरा नहीं बढ़ता, बल्कि इसके पीछे लाइफस्टाइल, पहले से मौजूद बीमारियां और पोस्ट-कोविड कॉम्प्लिकेशन जैसे फैक्टर्स जिम्मेदार हो सकते हैं।
विशेषज्ञों ने दोहराया है कि कोविड वैक्सीनेशन को अचानक मौतों से जोड़ने वाले बयान भ्रामक और तथ्यहीन हैं, और इनका वैज्ञानिक सहमति से कोई समर्थन नहीं है।
इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और कोविड वैक्सीन को लेकर डर न पालें। वैक्सीन ने महामारी के दौरान लाखों जानें बचाईं हैं और अब भी ये गंभीर संक्रमण से सुरक्षा देने में सक्षम है।
कौन सी हैं दो स्टडीज?
ICMR और NCDC ने मिलकर देशभर में दो स्टडीज की हैं, जिसमें पहला अध्ययन 18–45 साल के उन लोगों पर केंद्रित था जो स्वस्थ दिखते थे लेकिन अचानक मौत का शिकार हुए। दूसरा अध्ययन AIIMS दिल्ली द्वारा किया जा रहा है, जिसमें मौत की असली वजहों को समझने की कोशिश की जा रही है।