Himachal Pradesh: स्थिति की गंभीरता को देखते हुए गांव के 14 परिवारों के करीब 60 लोगों ने रातों-रात अपने घर खाली कर दिए। पहाड़ी से चट्टानें, बड़े-बड़े पत्थर और मलबा गिरने लगा है।
Landslide in Sainj: हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है। शुक्रवार को कुल्लू जिले की सैंज घाटी के देउरीधार पंचायत के दरमेड़ा गांव में भयंकर भूस्खलन की घटना सामने आई, जिससे गांव के पीछे की पहाड़ी दरक गई। इस पहाड़ी से चट्टानें, बड़े-बड़े पत्थर और मलबा गिरने लगा, जिससे गांव के कई मकानों पर खतरा मंडराने लगा।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए गांव के 14 परिवारों के करीब 60 लोगों ने रातों-रात अपने घर खाली कर दिए। प्रशासन ने इन प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत देते हुए रोपा रेस्ट हाउस में अस्थायी रूप से ठहराने की व्यवस्था की है। बता दें कि हिमाचल में मानसून से अब तक 153 मौतें और ₹1,436 करोड़ का नुकसान हुआ है।

ग्रामीणों के मुताबिक, भारी बारिश के चलते पहाड़ी में लगातार दरारें आ रही थीं और भूस्खलन की आशंका पहले से जताई जा रही थी। शुक्र है कि किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ, लेकिन लोगों में डर और चिंता का माहौल है। प्रशासन की ओर से मौके पर राजस्व विभाग और आपदा प्रबंधन की टीम को भेजा गया है। साथ ही, क्षेत्र में अन्य संभावित खतरे को देखते हुए निगरानी बढ़ा दी गई है। देउरीधार पंचायत के अलावा सैंज घाटी की कई अन्य पंचायतों में भी भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं।
हिमाचल प्रदेश में बारिश का यह कहर जारी है और कई जिलों में सड़कें बंद, बिजली आपूर्ति बाधित और पेयजल योजनाएं ठप हो चुकी हैं। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश की चेतावनी जारी की है। प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने और पहाड़ी इलाकों में अनावश्यक आवाजाही से बचने की अपील की है।