Rohtak martyr pilot in Churu Jaguar Crash: 10 जून को ही लोकेंद्र के बेटे का जन्म हुआ था। 30 जून को लोकेंद्र ड्यूटी पर लौटे थे। लोकेंद्र और उनकी बहन अंशी एक ही पद पर तैनात थे, लेकिन बहन रिटायर हो चुकी हैं। जीजा अब भी विंग कमांडर हैं।
Pilot Lokendra Sindhu’s Last Rites: राजस्थान के चुरू जिले में बुधवार को भारतीय वायुसेना के जगुआर फाइटर जेट के दुर्घटनाग्रस्त होने से रोहतक के देव कॉलोनी निवासी स्क्वाड्रन लीडर लोकेंद्र सिंह सिंधु (44) की शहादत ने उनके परिवार और पूरे शहर को गम में डुबो दिया है। लोकेंद्र के पार्थिव शरीर के गुरुवार दोपहर बाद रोहतक पहुंचने की उम्मीद है।
लोकेंद्र एयरफोर्स में पायलट के तौर पर भर्ती हुए थे लेकिन अब स्क्वॉड्रन लीडर थे। लोकेंद्र के बड़े भाई ज्ञानेंद्र ने बताया कि लोकेंद्र बुधवार सुबह जगुआर जैट पर ट्रेनिंग के लिए निकले थे। इससे पहले उन्होंने सुबह 10 बजे पिता को फोन किया। उन्होंने फैमिली वॉट्सऐप ग्रुप में अपने बेटे के फोटो भी शेयर किए। उन्होंने अपने बेटे का चेहरा देखने की इच्छा जाहिर की थी। जिसके बाद परिवार ने उन्हें बेटे को दिखाया। 10 जून को ही लोकेंद्र के बेटे का जन्म हुआ था। 30 जून को लोकेंद्र ड्यूटी पर लौटे थे। लोकेंद्र और उनकी बहन अंशी एक ही पद पर तैनात थे, लेकिन बहन रिटायर हो चुकी हैं। जीजा अब भी विंग कमांडर हैं।
लोकेंद्र के परिवार में उनकी पत्नी सुरभि सिंधु, जो एक डॉक्टर हैं। एक महीने पहले ही उन्होंने बेटे को जन्म दिया है। दोनों की शादी कोविड काल में हुई थी, और 10 जून को उनकी पत्नी ने हिसार स्थित अपने मायके में बेटे को जन्म दिया था। परिवार अभी इस खुशी में डूबा था कि यह दुखद खबर आ गई।
बता दें कि बीते दिन हादसा चुरू के भानोदा गांव में दोपहर 1:25 बजे हुआ, जब जगुआर ट्रेनर जेट नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर था। तकनीकी खराबी के कारण विमान खेत में जा गिरा, जिससे दोनों पायलटों की जान चली गई। भारतीय वायुसेना ने जांच के आदेश दिए हैं। यह इस साल का तीसरा जगुआर जेट हादसा है।
वायुसेना ने शोक जताते हुए कहा, हम शहीदों के परिवारों के साथ हैं। हरियाणा और राजस्थान के नेताओं ने भी शोक व्यक्त किया है। रोहतक में लोकेंद्र की शहादत से शोक की लहर है। लोग उनकी वीरता को सलाम कर रहे हैं और परिवार को सांत्वना दे रहे हैं।