Panipat News: हादसे के समय घर में परिवार दंपत्ति सहित तीनों बच्चे घर पर मौजूद थे, जो गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की सूचना के बाद फायर ब्रिगेड व पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई।
Cylinder exploded in Panipat: पानीपत के अलुपुर गांव में बुधवार सुबह गैस सिलेंडर फटने से बड़ा हादसा हुआ। गैस सिलेंडर फटने से जोरदार धमाका हुआ और पूरे घर की छत उड़ गई। हादसा इतना भयंकर था कि पास के घरों में भी दरारें आ गई। हादसे के समय घर में परिवार दंपत्ति सहित तीनों बच्चे घर पर मौजूद थे, जो गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की सूचना के बाद फायर ब्रिगेड व पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हादसे के वक्त परिवार के 5 बच्चे घर मे मौजूद थे
हादसे के वक्त घर में रवि सहित उसकी पत्नी व उसके तीनों बच्चे रोहित, अरमान व परी। हादसे में समय तीनों बच्चे सो रहे थे। रवि के भाई विनोद ने बताया कि आग की बीच से ही पांचों को बहार निकाला गया और आनन फानन में अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। सभी का अस्पताल में इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है।
धमाके की आवाज से हिल गए आस-पास के मकान
रविंद्र ने बताया कि धमाका इतना तेज था कि सिर्फ रवि का घर ही नहीं बल्कि उसके आसपास के कई घरों में भी दरारें आ गई हैं। लोग दहशत में घरों से बाहर निकल आए। कई लोगों डर के मारे अपने छोटे बच्चों को लेकर खुले इलाके में पहुंच गए। गांव में काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस व फायर ब्रिगेड की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर आग को काबू में लिया और बाकी सिलेंडरों की जांच की। प्रारंभिक जांच में सिलेंडर में तकनीकी खराबी की बात सामने आ रही है, लेकिन जांच के बाद ही असली वजह साफ हो पाएगी।
हादसे के बाद गांव के लोगों में डर बना हुआ है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि गैस एजेंसियों द्वारा दिए जाने वाले सिलेंडरों की समय-समय पर जांच होनी चाहिए, ताकि इस तरह के हादसों से बचा जा सके। लोगों ने बताया कि अगर समय रहते पड़ोसी मदद नहीं करते तो बड़ी जनहानि हो सकती थी।
मामले की जांच कर रही पुलिस
फिलहाल पुलिस ने केस दर्ज कर हादसे की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि घायलों के बयान और सिलेंडर की जांच के बाद ही यह तय हो पाएगा कि दोष किसका था। वहीं प्रशासन की ओर से भी पीड़ित परिवार की सहायता के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है।