Rajasthan News: भगवान जब अपने भक्त की फरियाद सुनते हैं तो उनकी से भरपूर कृपा मिलती है और वह भी उन पर अपनी दौलत लुटाने से पीछे नहीं हटता है। हाल ही में चित्तौड़गढ़ के सांवलिया सेठ में एक भक्त ने चांदी का पेट्रोल पंप चढ़ाकर इसका उदाहरण पेश किया है।
Shri Sanwariya Seth Temple, Chittorgarh: राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में मेवाड़ के प्रसिद्ध कृष्ण धाम श्री सांवलिया सेठ मंदिर की बड़ी मान्यता है। यहां लोगों की मनोकामना पूरी होने पर वे भगवान को तरह-तरह की भेंट चढ़ाते हैं। डूंगला के व्यवसायी मांगीलाल जारोली ने 67 साल पुराना सपना पूरा होने की खुशी में भगवान सांवलिया सेठ को चांदी से बनी पेट्रोल पंप मशीन और छप्पन भोग का भव्य प्रसाद अर्पित किया।
सांवलिया सेठ मंदिर में एक ऐसी अनोखी भेंट ने हर किसी का दिल जीत लिया है, जो आस्था और भक्ति की नई मिसाल बन गई। जानकारी के अनुसार डूंगला क्षेत्र में रहने वाले एक व्यक्ति ने पेट्रोल पंप लगाने के लिए आवेदन किया था। दरअसल पेट्रोल पंप लगाने के लिए निर्धारित प्रक्रिया पूरी करने के बावजूद व्यक्ति को कई परेशानियों के चलते सफलता नहीं मिली। ऐसे में व्यापारी ने पेट्रोल पंप लगाने के लिए श्री सांवलिया सेठ से मन्नत मांगी थी कि यह काम पूरा होने पर वह सांवरा सेठ को 56 भोग के साथ चांदी से बनी पेट्रोल पंप की छवि भेंट करेगा।
मन्नत हुई पूरी, मिला पेट्रोल पंप का लाइसेंस
मन्नत मांगने के कुछ ही समय बाद सभी अड़चनें दूर हो गईं और सरकार की ओर से पेट्रोल पंप की अनुमति मिल गई। हाल ही में परिवार ने “सांवरिया फिलिंग स्टेशन” नाम से पेट्रोल पंप का विधिवत शुभारंभ किया। मन्नत पूरी होने के बाद रविवार को पूरा परिवार श्रद्धा में डूबा हुआ नगर भ्रमण करता हुआ डीजे की धुनों पर नाचते-गाते श्रद्धालुओं के साथ सांवलिया सेठ के दरबार पहुंचा। वहां विशेष पूजा और अर्चना के बाद छप्पन भोग अर्पित किए गए और चांदी से बनी पेट्रोल पंप की प्रतिकृति मंदिर को भेंट की गई।
मासिक भंडार से रिकॉड 29 करोड़ से ज्यादा की धनराशि मिली
यहां दिनों दिन श्रद्धालुओं को संख्या में बढ़ोतरी हो रही हैं। यहां तीन दिन पहले श्री साँवलिया सेठ का मासिक खोले जाने वाला भंडार राशि की छह चरणों में गिनती पूरी हुई थी, जिसमें 29 करोड़ 22 लाख रुपए नकदी, एक किलो सोना और 142 किलो चांदी समेत 15 देशों की विदेशी करेंसी भी चढ़ावें में प्राप्त हुई थी। अब तक मासिक खोली गई दानपेटी में सबसे अधिक चढ़ावें की राशि आई थी।