Himachal Tourism Industry: शिमला होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रिंस कुकरेजा ने कहा कि शिमला पूरी तरह सुरक्षित है और यहां बीते 10 दिनों से कोई भारी बारिश नहीं हुई है।
Disasters in Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश और प्राकृतिक आपदाओं के कारण न केवल जनजीवन प्रभावित हुआ है, बल्कि प्रदेश के पर्यटन उद्योग पर भी इसका गहरा असर पड़ा है। हालांकि राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थल जैसे शिमला, मनाली, धर्मशाला और डलहौजी पूरी तरह खुले और सुरक्षित हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर फैली भ्रामक जानकारियों ने पर्यटकों को भ्रमित किया है, जिससे बुकिंग रद्द हो रही हैं और होटल, टैक्सी, रेस्टोरेंट समेत पूरे पर्यटन पर असर पड़ा है।
इस स्थिति पर हिमाचल पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक, होटल एसोसिएशन और ट्रैवल एजेंटों ने चिंता जताई है। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक राजीव कुमार ने बताया कि इस बार जुलाई के पहले सप्ताह में पर्यटकों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है। पिछले साल जुलाई में जहां 29% ऑक्युपेंसी थी, वहीं इस साल अब तक यह घटकर 21% रह गई है।
15 जुलाई से 12 सितंबर तक डिस्काउंट देने की योजना
उन्होंने कहा कि शिमला, मनाली, डलहौजी जैसे सभी प्रमुख पर्यटन स्थल सामान्य हैं और यदि कहीं मार्ग बाधित भी होता है तो प्रशासन तुरंत स्थिति को संभालता है। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पर्यटन विभाग ने 15 जुलाई से 12 सितंबर तक 20 से 40 प्रतिशत तक की छूट देने की योजना बनाई है।

उन्होंने बताया कि होटल्स, ट्रैवल एजेंसियां और सरकार मिलकर इस मंदी से उबरने की कोशिश कर रहे हैं। हिमाचल अब भी देश का सबसे सुंदर और सुरक्षित पर्यटन गंतव्य है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जनजातीय क्षेत्रों जैसे लाहौल-स्पीति, किन्नौर और पांगी-भरमौर में सीमित समय का पर्यटन सीजन होता है। यदि इस दौरान मौसम या रास्तों में कोई बाधा आती है, तो वहां के होटल और ट्रैवल कारोबार पर सीधा असर पड़ता है।
शिमला होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रिंस कुकरेजा ने कहा कि शिमला पूरी तरह सुरक्षित है और यहां बीते 10 दिनों से कोई भारी बारिश नहीं हुई है। सभी सड़कें खुली हैं और पर्यटकों के आने-जाने में कोई बाधा नहीं है।
80% बुकिंग हुईं कैंसल, पर्यटक आने से हिचक रहे
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे “अलर्ट” पर्यटकों को भ्रमित कर रहे हैं और बुकिंग रद्द होने लगी है। “एक बुकिंग रद्द होती है तो होटल से लेकर टैक्सी, रेस्टोरेंट, बाजार सभी पर असर पड़ता है।
वहीं ट्रैवल एजेंट नरेन सहाय ने कहा कि कोविड महामारी, 2023 की प्राकृतिक आपदा और अब मानसून -इन तीनों कारणों ने पर्यटन को झटका दिया है। उन्होंने कहा कि जनवरी से जून तक बुकिंग अच्छी चल रही थी, लेकिन जुलाई के पहले सप्ताह से क्लाउडबर्स्ट और आपदा की खबरों के चलते 80% बुकिंग कैंसल हुईं, पर्यटक आने से हिचक रहे हैं। नरेन सहाय ने अपील की कि पर्यटक सोशल मीडिया पर वायरल किसी भी जानकारी पर तुरंत यकीन न करें, बल्कि अधिकृत स्रोतों से जानकारी लें और स्थानीय ट्रैवल ऑपरेटरों से संपर्क करके ही यात्रा की योजना बनाएं।