Monsoon in Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में गुरुवार शाम से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्यभर में 53 सड़कों पर यातायात ठप हो गया है, जबकि 135 ट्रांसफार्मर और 147 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं।
Heavy Rainfall in Himachal: हिमाचल प्रदेश में मानसून की दस्तक इस बार तबाही लेकर आई है। 20 जून को शुरू हुए मानसूनी सीजन ने पहले ही सप्ताह में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्य के कांगड़ा और कुल्लू जिलों में बादल फटने, अचानक आई बाढ़ और सड़क दुर्घटनाओं ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। बीते एक सप्ताह में वर्षा जनित विभिन्न हादसों में अब तक 31 लोगों की जान जा चुकी है जबकि 66 लोग घायल हुए हैं।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 20 से 27 जून के बीच सबसे अधिक 17 मौतें सड़क हादसों में हुई हैं। इसके अलावा फ्लैश फ्लड में 5 लोग मारे गए हैं, पानी के तेज बहाव में बहने से 4, पहाड़ी से फिसलने से 2, करंट लगने और सांप के काटने से एक-एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है। अन्य एक व्यक्ति की जान अन्य कारणों से गई है। सबसे ज्यादा मौतें कांगड़ा जिले से सामने आई हैं जहां 10 लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
प्रदेश को करोड़ों रुपये का नुकसान
भारी बारिश से प्रदेश को सप्ताह में ही 29.16 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। सबसे ज्यादा नुकसान लोक निर्माण विभाग (PWD) को 2 करोड़ 743.40 लाख रुपये का हुआ है। 6 घर पूरी तरह से तबाह हो गए हैं जबकि 8 क्षतिग्रस्त हुए हैं। 7 दुकानें और 8 गौशालाएं को भी पानी बहा कर ले गया है। जिनमें 37 पशु पक्षी भी बहे हैं।
राज्य में अब तक 53 सड़कें बंद
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार, बारिश के कारण अब तक 53 सड़कों को बंद करना पड़ा है, जिससे लोगों की आवाजाही बाधित हो गई है। इसके साथ ही, 135 बिजली ट्रांसफार्मर और 147 पेयजल योजनाएं भी ठप हो गई हैं।
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक कुल्लू जिले में सबसे ज्यादा 23 सड़कें बंद हुई हैं, जबकि मंडी में 16, लाहौल-स्पीति में 7, ऊना में 4 और सिरमौर में 3 सड़कें प्रभावित हुई. शुक्रवार को पंडोह में सबसे अधिक 139 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि जोगिंद्रनगर में 73 मिमी, शिलारू में 54 मिमी, कटौला में 45.2 मिमी, सुजानपुर टीरा में 42 मिमी और मंडी में 29.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
पर्यटकों को दी चेतावनी
हिमाचल में मौजूदा मौसम की स्थिति को देखते हुए पर्यटकों से विशेष सावधानी बरतने को कहा गया है। प्रशासन ने पर्यटकों से नदी-नालों और जलप्रवाह वाले क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी है। राज्य में आने वाले 48 घंटे मौसम की दृष्टि से चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। नागरिकों से आग्रह किया गया है कि वे किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय अधिकारियों से संपर्क करें और अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें।
इन जिलों में येलो अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, आज ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में तेज बारिश की संभावना है। इन आठ जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही, सोलन और सिरमौर जिलों में अगले 24 घंटों के लिए फ्लैश फ्लड यानी अचानक बाढ़ का खतरा जताया गया है। इन क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण नदी-नालों में जलस्तर तेजी से बढ़ सकता है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
कल के लिए ऑरेंज अलर्ट
कल के लिए मौसम विभाग ने ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, सिरमौर और सोलन जिलों में बहुत भारी बारिश की संभावना के मद्देनज़र ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। ऑरेंज अलर्ट का मतलब है कि मौसम की स्थिति जान-माल को नुकसान पहुंचा सकती है और इसके लिए स्थानीय प्रशासन को तैयार रहने की आवश्यकता है।
मौसम विभाग ने यह भी बताया कि चंबा, कुल्लू, शिमला और मंडी के कुछ हिस्सों में भी तेज बारिश हो सकती है। पहाड़ी इलाकों में भारी वर्षा से भूस्खलन, सड़क अवरोध और जलभराव जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
प्रशासन की तैयारियां और अपील
हिमाचल प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखा है। आपदा प्रबंधन टीमें, स्थानीय प्रशासन और पुलिस बल संवेदनशील इलाकों पर नजर बनाए हुए हैं। लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और मौसम विभाग की ताज़ा जानकारी पर नजर रखें।