Monsoon 2025: पहाड़ी क्षेत्रों में नदियां-नाले उफान पर हैं और चारों तरफ सड़कों से घरों तक जलभराव के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
Heavy Rain Alert in India: देश में मॉनसून काफी मेहरबान नजर आ रहा है, जहाँ बारिश से लोगों को राहत मिली है वहीं कई राज्यों में बारिश आफत बन कर बरसी है। खास करके पहाड़ी क्षेत्रों में नदियां-नाले उफान पर हैं और चारों तरफ सड़कों से घरों तक जलभराव के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
इसी के साथ आईएमडी ने अगले 6-7 दिनों तक उत्तर भारत, मध्य भारत और पूर्वोत्तर राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। इसके तहत मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा में बाढ़ की आशंका जताई गई है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने लोगों और प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह भी दी है।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से हाहाकार
हिमाचल के मंडी में 15 जगह बादल फटने के बाद बाढ़ में बहे 5 और शव बरामद हुए हैं। यहां मौत का आंकड़ा 10 पहुंच गया है। 32 लोग अभी भी लापता हैं। प्रशासन की टीमें लगातार लोगों की तलाश में जुटी हुई हैं। इस बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी धर्मपुर से आपदा प्रभावित क्षेत्र स्याठी पहुंचे और ताजा हालात की जानकारी ली। वह आपदा प्रभावितों से मिले और उनका दुःख दर्द सुना। मुख्यमंत्री ने प्रभावितों को ढांढस बंधाया और सरकार की तरफ से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की घटनाओं पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू ने कहा- पर्यटकों से अनुरोध है कि नदियों, नालों या ऊंचे पहाड़ों के पास जाने से बचें। शहरी इलाकों में उन्हें कोई खतरा नहीं है। राज्य के भीतरी इलाकों में लैंडस्लाइड की घटनाएं हो रही हैं। ऐसे में उन इलाकों जाने से बचें।
इस के साथ ही सेराज घाटी के बाढ़ प्रभावित गांवों में भोजन और दवाइयां पहुंचाने के लिए भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर तैनात किए गए। बता दें कि मंडी के पास सराज क्षेत्र में बादल फटने के बाद भारी बारिश से पटिकरी पावर प्रोजेक्ट पूरी तरह तबाह हो गया। घटना के वक्त इसमें 12 कर्मचारी काम कर रहे थे। सभी ने भागकर जान बचाई।
उत्तराखंड में बारिश से हर तरफ पानी ही पानी
उत्तराखंड में सोमवार को कोटद्वार-बद्रीनाथ मार्ग पर सतपुली के पास लैंडस्लाइड की वजह से पौड़ी-मेरठ नेशनल हाईवे बंद हो गया। उत्तरकाशी में लैंडस्लाइड के कारण यमुनोत्री हाईवे बंद हो गया है।
उत्तराखंड मौसम विभाग की माने तो देहरादून, नैनीताल, टिहरी और बागेश्वर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा अन्य जिलों में भी गरज- चमक के साथ तेज बारिश हो सकती है। पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन और निचले इलाकों में बाढ़ के खतरे को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है। पर्वतीय जिलों में मूसलाधार बारिश से मलबा आ गया, जिससे 111 सड़के बंद है। जबकि, राष्ट्रीय मार्ग भी 3 दिनों से बंद है। जिसकी वजह से लोगों का जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
राजस्थान के अलवर में बाढ़ जैसे हालात
राजस्थान के अलवर में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। सुबह 7 से 8 बजे के बीच हुई तेज बरसात के बाद सड़कों पर पानी भर गया। दर्जनों गाड़ियां फंस गईं। यहां महिला थाने से लेकर हॉस्पिटल तक में कई फीट पानी भर गया। गायत्री मंदिर रोड पर गायत्री कॉलोनी, एसपी ऑफिस के पास सरकारी क्वार्टर में करीब एक फीट पानी जमा है। यहां आस-पास की दुकानों में भी जलभराव हो गया है। बस स्टैंड, होपसर्कस इलाके के बाजारों में दो फीट से ज्यादा पानी जमा हो गया।
यूपी में अगले 7 दिन भारी बारिश का अलर्ट
यूपी में मानसून जमकर बरस रहा है। नदियां उफान पर हैं। लखीमपुर में शारदा नदी का लेवल बढ़ने से कटान शुरू हो गई है। यहां घोसियाना गांव में 9 सेकेंड में एक पक्का मकान नदी में समा गया। वाराणसी में गंगा हर घंटे 50mm की रफ्तार से बढ़ रही है। 24 घंटे में जलस्तर 2 मीटर तक बढ़ा है।
मणिकर्णिका घाट तक पानी आ गया है। गंगा द्वार घाट से मणिकर्णिका घाट का संपर्क टूट गया है। बाराबंकी में सरयू नदी कटान कर रही है। तटवर्ती गांवों को बचाने के लिए बोल्डर डाले जा रहे हैं। प्रयागराज में गंगा-यमुना का लेवल तेजी से बढ़ रहा है।