Punjab Floods: दिल्ली सरकार ने पंजाब सीएम रिलीफ फंड के लिए 5 करोड़ की राशि देने का ऐलान किया है। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि पंजाब के सीएम भगवंत मान से बातचीत की और उन्हें हरसंभव मदद देने का वादा किया।
Delhi Government help Punjab: पंजाब में पिछले 40 वर्षों में आई सबसे भयानक बाढ़ ने लाखों लोगों को प्रभावित किया है। इस बाढ़ का सबसे अधिक असर किसानों पर पड़ा है, जिनकी हजारों हेक्टेयर फसलें पानी में बह गई हैं। इस कठिन समय में कई लोग किसानों की मदद के लिए आगे आए हैं। इस बीच दिल्ली सरकार ने भी 5 करोड़ रुपये की सहायता देने की घोषणा की है।
दिल्ली सीएम ने पंजाब के जारी किए 5 करोड़ रुपये
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पंजाब मुख्यमंत्री राहत कोष में 5 करोड़ रुपये की सहयोग राशि देने का निर्णय लिया है। सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि पंजाब में आई कठिन घड़ी में वहां के भाई-बहनों का दर्द हम सबका साझा दर्द है। दिल्ली की जनता और सरकार, इस आपदा से जूझ रहे लोगों के साथ आत्मीयता और संवेदना के साथ खड़ी है। ईश्वर से प्रार्थना है कि प्रभावित परिवार जल्द इस विपत्ति से उबरें और पंजाब की पवित्र धरती पर फिर से सुख, शांति और समृद्धि लौटे।
सीएम रेखा गुप्ता ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, ”हमारे पड़ोसी राज्य पंजाब में इस समय बाढ़ के हालात हैं। और जिस तरह की परिस्थितियों में वहां के निवासी चल रहे हैं। मैं अपनी ओर से बहुत ही संवेदनाएं प्रकट करती हूं। ईश्वर इस दिक्कत और मुसीबत से जल्द ही उन सबको राहत दे। दिल्ली सरकार की ओर से हम पंजाब सीएम रिलीफ फंड में पांच करोड़ रुपये की सहायता देने की घोषणा करते हैं।’
‘हम चाहते हैं कि पंजाब जल्द विकट स्थितियों से बाहर आए’
उन्होंने आगे कहा, ”हम चाहते हैं कि पंजाब जल्दी इन विकट स्थितियों से निकलकर बाहर आए। वहां का हर नागरिक राहत महसूस करे, वहां के लोगों को फिर से अपनी दिनचर्या, अपना घर मिल पाए। पानी की वजह से जो परिस्थितियां वहां चल रही हैं, वो सब ठीक हो पाए। वसुधैव कुटुंबकम, हम पूरी धरती परिवार की तरह है।’
पंजाब के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है दिल्ली- रेखा गुप्ता
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने ये भी कहा, ”पंजाब और दिल्ली पड़ोसी राज्य हैं और पड़ोस के अपने इस दुख दर्द में दिल्ली उनके साथ कंधे में कंधा मिलाकर खड़ी है। मैंने खुद मुख्यमंत्री जी से बात भी की थी। किसी भी प्रकार की और भी कोई सहायता उनको हमसे चाहिए तो हम उसके लिए तैयार हैं।’