Tribute to Shaheed Udham Singh: सीएम सैनी ने कहा, शहीद उधम सिंह की तपस्या उनका बलिदान हमेशा प्रेरणा देता रहेगा। मैं यहां आकर धन्य हो गया।
CM Naib Saini reached Sunam: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज पंजाब दौरे पर पहुंचे। वहां उन्होंने शहीद उधम सिंह के गांव सुनाम पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने शहीद उधम सिंह के परिवार के सदस्यों से मुलाकात कर कई मुद्दों पर चर्चा की। सीएम ने कहा, शहीद उधम सिंह की तपस्या उनका बलिदान हमेशा प्रेरणा देता रहेगा। मैं यहां आकर धन्य हो गया।
इस दौरान सीएम नायब सिंह सैनी ने शहीद उधम सिंह की जन्मस्थली पर एक पौधा भी रोपित किया। इस दौरान उनके साथ पंजाब बीजेपी के अध्यक्ष अश्वनी शर्मा भी मौजूद रहे।
सीएम बोले- जनरल डायर को उसके अंजाम तक पहुंचाया
ऐसे महान क्रांतिकारी व्यक्तित्व शहीद उधम सिंह ने जिन्होंने भारत माता की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। 13 अप्रैल 1919 को जलियावाला बाग में जनरल डायर ने जो फरमान जारी किया। वहां हजारों निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतार दिया। शहीद उधम सिंह ने ये संकल्प लिया जब तक मैं जनरल डायर को मौत के घाट नहीं उतार दूं तब तक चैन से बैठूंगा।
21 साल तक तपस्या करने के बाद उन्होंने इस काम में सफलता पाई और जनरल डायर को मौत के घाट उतार दिया। मैं ऐसे शहीद को सच्ची श्रद्धांजलि देता हूं। ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे ऐसे शहीद की जन्म स्थली पर आने का मौका मिला। मैं इसके लिए उनके परिवार का आभार प्रकट करता हूं।
आप सरकार पर हमला- ‘दिल्ली वाले समझ गए, अब पंजाब वाले भी…
इसी के साथ नायब सैनी ने आप सरकार पर भी शब्दी हमला किया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने पंजाब में सपने दिखाए थे, अब लोग समझने लगे हैं। साथ ही उन्होंने तंज करते हुए कहा कि, ‘दिल्ली वाले समझ गए, अब पंजाब वाले भी समझ जाएंगे।’
इस दौरान सीएम सैनी ने भाखड़ा नहर विवाद पर भी मीडिया में बयान दिया। उन्होंने कहा कि अभी बात चल रही है, बैठकर चर्चा की जाएगी। बता दें कि बीते दिन पंजाब सरकार ने पानी और बांध की सुरक्षा के मुद्दों पर कड़ा रुख अपनाते हुए पड़ोसी राज्य हरियाणा और केंद्र सरकार को स्पष्ट संदेश दिया है। वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐलान किया कि एक तरफ जहां पानी के बकाए को लेकर हरियाणा को 113 करोड़ रुपये से ज्यादा का बिल भेजा गया है, वहीं भाखड़ा डैम की सुरक्षा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) को सौंपने से भी साफ इनकार कर दिया गया है।