India-UK Free Trade Agreement: भारत और ब्रिटेन ने गुरुवार को मुक्त व्यापार समझौते यानी एफटीए पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। इससे दोनों देशों के उपभोक्ताओं को काफी लाभ मिलने वाला है।
India-UK Free Trade Agreement: भारत और ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) हो गया है। गुरुवार को लंदन में PM मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की मौजूदगी में एग्रीमेंट पर दस्तखत हुए। इसे लेकर दोनों देशों के बीच 3 साल से बातचीत चल रही थी। भारत-ब्रिटेन मुफ्त व्यापार समझौते (FTA) के लिहाज से उनके इस दौरे को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पीएम मोदी ब्रिटेन के किंग चार्ल्स तृतीय से मुलाकात करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी और स्टार्मर द्विपक्षीय संंबंधों पर चर्चा करेंगे।
इस समझौते से दोनों देशों के बीच व्यापार हर साल करीब 3 लाख करोड़ रुपए तक बढ़ सकता है। स्टार्मर ने यह भी बताया कि 70 हजार करोड़ रुपए के नए निवेश और व्यापारिक सौदों को मंजूरी मिल गई है। ब्रिटेन के ट्रेड सेक्रेटरी जोनाथन रेनॉल्ड्स के मुताबिक समझौते से भारत में ब्रिटेन के कोल्ड ड्रिंक, कॉस्मेटिक्स, कारें और मेडिकल डिवाइसेज सस्ते हो जाएंगे। इन प्रोडक्ट्स पर टैरिफ 15% से घटकर 3% हो जाएगा।
स्टार्मर के प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी की यह पहली ब्रिटेन यात्रा है। कुछ देर बाद मोदी किंग्स चार्ल्स से मुलाकात करेंगे।
इससे पहले ब्रिटिश सरकार ने गुरुवार को कहा कि भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) बाजार पहुंच को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगा। यह करार द्विपक्षीय व्यापार को सालाना लगभग 34 अरब अमेरिकी डॉलर तक बढ़ावा देगा। यह घोषणा उस समय हुई है जब इस ऐतिहासिक समझौते को औपचारिक रूप दिया जाना है।
ब्रिटिश उपभोक्ताओं के लिए भारतीय सामान खरीदना होगा सस्ता
ब्रिटिश सरकार ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि मौजूदा समय में ब्रिटेन भारत से 11 अरब पाउंड मूल्य के कपड़ों का आयात करता है, लेकिन अब भारतीय वस्तुओं पर शुल्क में छूट मिलने से ब्रिटिश उपभोक्ताओं और व्यवसायों के लिए भारतीय उत्पाद खरीदना पहले से कहीं ज्यादा आसान और सस्ता होगा। इससे भारतीय कंपनियों को ब्रिटेन में अपने निर्यात को और बढ़ाने में मदद मिलेगी।
ब्रिटेन के लिए एक बड़ी जीत: कीर स्टारमर
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने इस ऐतिहासिक समझौते को लेकर कहा कि भारत के साथ हमारा ऐतिहासिक व्यापार समझौता ब्रिटेन के लिए एक बड़ी जीत है। उन्होंने कहा कि यह समझौता पूरे देश में हज़ारों नई नौकरियां पैदा करेगा, व्यवसायों के लिए नए अवसर खोलेगा और ब्रिटेन के हर कोने में आर्थिक विकास को गति देगा। यह हमारे परिवर्तन के एजेंडा का एक प्रमुख हिस्सा है।