नोबेल शांति पुरस्कार जीतने वाली मारिया कोरीना मचाडो की पहली प्रतिक्रिया, जाने अमेरिकी राष्ट्रपति के बारे में क्या बोलीं?

Nobel Peace Prize: 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार इस बार वेनेजुएला की नेता मारिया कोरिना मचाडो (Maria Corina Machado) को मिला है। वे अपने देश में लोकतंत्र और मानवाधिकारों के लिए लगातार संघर्ष करने वाली एक जानी-मानी राजनीतिक शख्सियत हैं। Nobel Peace Prize Winner Maria Corina Machado: 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार इस बार वेनेजुएला […]
Khushi
By : Updated On: 11 Oct 2025 09:44:AM
नोबेल शांति पुरस्कार जीतने वाली मारिया कोरीना मचाडो की पहली प्रतिक्रिया, जाने अमेरिकी राष्ट्रपति के बारे में क्या बोलीं?

Nobel Peace Prize: 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार इस बार वेनेजुएला की नेता मारिया कोरिना मचाडो (Maria Corina Machado) को मिला है। वे अपने देश में लोकतंत्र और मानवाधिकारों के लिए लगातार संघर्ष करने वाली एक जानी-मानी राजनीतिक शख्सियत हैं।

Nobel Peace Prize Winner Maria Corina Machado: 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार इस बार वेनेजुएला की नेता मारिया कोरिना मचाडो को मिला है। वे अपने देश में लोकतंत्र और मानवाधिकारों के लिए लगातार संघर्ष करने वाली एक जानी-मानी राजनीतिक शख्सियत हैं। मारिया कोरिना का जन्म 7 अक्टूबर 1967 को वेनेजुएला की राजधानी कराकास में हुआ। उनके पिता हेनरिक मचाडो उद्योगपति थे और मां कोरिना पेरिस्का मनोवैज्ञानिक थीं। बचपन से ही वे बेबाक, साहसी और नेतृत्व करने वाली रही हैं।

देश में बदलाव की आवाज बनने के लिए राजनीति में आईं

उन्होंने एंड्रस बेलो कैथोलिक यूनिवर्सिटी से औद्योगिक इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और बाद में काराकास के इंस्टिट्यूट डी एस्टुडिओस सुपीरियर डी एडमिनिस्ट्रेशन (IESA) से फाइनेंस में पोस्टग्रेजुएशन किया। अच्छी नौकरी करने या व्यापार में जाने की बजाय उन्होंने देश की राजनीति में कदम रखा, क्योंकि वेनेजुएला की बिगड़ती हालत उन्हें बेचैन करती थी।

2002 में उन्होंने स्मेट (Súmate) नाम की संस्था बनाई, जो चुनावों की निगरानी और नागरिक अधिकारों पर काम करती है। यहीं से उनकी असली राजनीतिक यात्रा शुरू हुई। बाद में उन्होंने वेंटे वेनेजुएला (Vente Venezuela नाम की राजनीतिक पार्टी बनाई और देश में बदलाव की आवाज बन गईं।

मारिया कोरिना अपने तेवरों और साफ-सुथरी छवि के कारण वेनेजुएला की आयरन लेडी कही जाती हैं। उन्होंने खुले तौर पर पूर्व राष्ट्रपति ह्यूगो शावेज और मौजूदा नेता निकोलस मादुरो के तानाशाही रवैये का विरोध किया। कई बार उन्हें धमकियां मिलीं, गिरफ्तारियां झेलनी पड़ीं, लेकिन उन्होंने पीछे हटना नहीं सीखा।

नोबेल शांति पुरस्कार जीतने पर प्रतिक्रिया

मचाडो ने शुक्रवार को 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार जीतने पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और इसे वेनेजुएला और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को समर्पित किया। एक्स पर एक पोस्ट में मचाडो ने कहा कि सभी वेनेज़ुएलावासियों के संघर्ष को यह मान्यता हमारे कार्य को पूरा करने के लिए एक प्रोत्साहन है। हम जीत की दहलीज पर हैं और आज पहले से कहीं ज्यादा हम राष्ट्रपति ट्रंप, संयुक्त राज्य अमेरिका के लोगों, लैटिन अमेरिका के लोगों और दुनिया के लोकतांत्रिक देशों पर स्वतंत्रता और लोकतंत्र हासिल करने के लिए अपने प्रमुख सहयोगियों के रूप में भरोसा करते हैं। मैं यह पुरस्कार वेनेज़ुएला के पीड़ित लोगों और हमारे उद्देश्य के प्रति उनके निर्णायक समर्थन के लिए राष्ट्रपति ट्रंप को समर्पित करती हूं!”

पिछले साल किसे मिला था नोबेल शांति पुरस्कार?

पिछले साल 2024 में नोबेल शांति पुरस्कार जापान की संस्था निहोन हिदानक्यो को दिया गया था। यह संगठन परमाणु हथियारों के खिलाफ दशकों से काम कर रही है और हिरोशिमा-नागासाकी बम धमाकों के पीड़ितों की आवाज को दुनिया तक पहुंचाई है।

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