Monsoon 2025: मानसून पूरे देश को कवर कर चुका है। उत्तराखंड और हिमाचल में बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं। भारी बारिश और खराब मौसम की वजह से उत्तराखंड में चारधाम यात्रा अगले 24 घंटे के लिए रोक दी गई है।
Himachal Pradesh and Uttarakhand on High Alert: मानसून करीब एक हफ्ते पहले पूरे देश में पहुंच गया है। इससे कई राज्यों में जोरदार बारिश देखी जा रही है। कई राज्यों में भारी बारिश और लैंडस्लाइड से जनजीवन प्रभावित हुआ है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में बाढ़ और भूस्खलन के कारण कई रास्ते बंद हुए और बचाव कार्य जारी है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भारी से ज्यादा भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
उत्तराखंड के 9 जिलों के लिए मौसम विभाग में आज यानी 30 जून 2025 को भी भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। देहरादून, नैनीताल, पौड़ी, टिहरी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चंपावत और उधम सिंह नगर में भारी बारिश हो सकती है। भारी बारिश के अलर्ट को देते हुए प्रदेश के सभी विद्यालयों में आज अवकाश घोषित किया गया है।
बारिश की वजह से यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलाई बैंड, रुद्रप्रयाग में जखोली, अगस्त्यमुनि, चमोली में कमेड़ा और उमटा, पौड़ी में गुमखाल कुल्हाड़ बैंड, टिहरी में सैंण सुनहरीगाड़ के पास, नरेंद्रनगर के समीप सहित करीब एक दर्जन स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। बारिश की वजह से रुद्रप्रयाग के जखोली में मयाली-रणधार-बधाणी मोटर मार्ग पौंठी गधेरे पर बना पुल बह गया है।
बारिश की वजह से बंद हुई सड़कों में चारधाम मार्ग भी शामिल हैं। बदरीनाथ हाईवे सिरोबगड़ के साथ ही कमेड़ा और उमटा में भी बंद रहा। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद चार धाम यात्रा को फिलहाल रोका गया है। तीर्थ यात्रियों को सुरक्षा की दृष्टि से विभिन्न पड़ावों पर रुकवाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी अधिकारियों को वर्षा काल में आपदा की चुनौतियों से निपटने के लिए अगले दो माह तक अलर्ट मोड पर रहने के लिए निर्देश दिए हैं। सीएम ने अधिकारियों से कहा है कि मॉनसून अवधि के दौरान नियमित रूप से ग्राउंड जीरो पर रहकर व्यवस्था चाकचौबंद रखें। इसके साथ ही नदियां उफान पर है और नालों का भी जलस्तर बढ़ गया है। नदी नालों के आसपास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की जा रही है।
हिमाचल में भी मौसम का रेड अलर्ट जारी, अब तक 34 लोगों की मौत
हिमाचल में अगले 24 घंटों के दौरान व्यापक वर्षा गतिविधि की संभावना जताई गई है। बारिश की तीव्रता आज शाम से फिर बढ़ने की संभावना है। बीते 24 घंटों में हुई भारी वर्षा तथा आगामी समय में संभावित भारी से बहुत भारी वर्षा को ध्यान में रखते हुए, मौसम विभाग ने जिला सोलन, सिरमौर, कांगड़ा एवं मंडी के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। राज्य सरकार स्थिति पर लगातार निगरानी रख रही है और लोगों से अपील है कि वे स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।
हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर के शिक्षण संस्थानों में छुट्टी के निर्देश दिए हैं। इन चारों जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट दिया गया है। पिछले 24 घंटों में भारी बारिश के चलते कई जिलों में भूस्खलन और पानी भरने की घटनाएं सामने आई हैं।
प्रदेश के रेवेन्यू मिनिस्टर जगत सिंह नेगी ने बताया कि बारिश से जुड़ी दुर्घटनाओं में 20 जून से अब तक 34 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि शनिवार को धर्मशाला में अचानक आई बाढ़ में नौ लोग बह गए, जिनमें से सात शव बरामद कर लिए गए। शवों की पहचान अभी नहीं हो पाई है।
शिमला में ढही पांच मंजिला इमारत
हिमाचल प्रदेश के बद्दी इलाके में बाल्ड नदी उफान पर है। झाड़माजरी के शिवालिक नगर में 20 से ज्यादा घरों में चार फुट तक पानी घुस जाने की खबरें हैं। मंडी की जूनी खड्डु और ब्यास नदी में जलस्तर बढ़ गया है। रविवार सुबह पंडोह बांध के सभी पांच गेट खोल दिए गए, जिससे ब्यास नदी में जलस्तर बढ़ गया। स्थानीय मौसम विभाग ने सोमवार तक अलग-अलग जगहों पर आकस्मिक बाढ़ के खतरे की चेतावनी दी है।
हिमाचल प्रदेश के शिमला में पांच मंजिला इमारत ढह गई। यहां भट्टाकुफर में ये हादसा हुआ है। गनीमत ये रही कि इसमें जानी नुकसान नहीं हुआ है। खतरे को देखते हुए बिल्डिंग पहले ही खाली करवा ली थी। फोरलेन के कार्य के चलते ये बिल्डिंग खतरे की जद्द में थी।
सरकार ने स्थिति पर पूरी तरह नजर बनाए रखी है और लोगों से आग्रह किया है कि वे किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सतर्क रहें और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करें। अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में तत्परता से कार्रवाई की जा सके। राज्य सरकार राहत और बचाव कार्यों के लिए पूरी तरह तैयार है।