Uttra Pradesh News: हापुड़ के गढ़ कोतवाली क्षेत्र के छोटे बाजार में स्थित एक जर्जर सरकारी स्कूल की बिल्डिंग अचानक भरभराकर गिर गई। पूरी घटना आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है।
Hapur School Building Collapse: उत्तर प्रदेश के हापुड़ जनपद के गढ़मुक्तेश्वर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत छोटे बाजार इलाके में मंगलवार को बड़ा हादसा होते-होते टल गया। लगातार हो रही तेज बारिश के कारण वर्षों से बंद पड़ी एक जर्जर सरकारी स्कूल की बिल्डिंग अचानक भरभराकर ढह गई।
हादसे के दौरान वहां से एक महिला गुजर रही थी, जो कुछ सेकंड के फासले से मलबे की चपेट में आने बाल-बाल बच गई। यह पूरी घटना पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
सीसीटीवी फुटेज से उजागर हुई असलियत
जानकारी के अनुसार गढ़मुक्तेश्वर कोतवाली क्षेत्र के छोटा बाजार में एक प्राइमरी स्कूल संचालित था। यहां स्कूल की बिल्डिंग काफी जर्जर हालत में थी, जिसको ध्यान में रखते हुए इस स्कूल को पास में ही दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया था और स्कूल की जर्जर बिल्डिंग को एहतियात बतौर बंद कर दिया गया था।
लेकिन मंगलवार की सुबह स्कूल की खाली पड़ी जर्जर बिल्डिंग उस वक्त भरभरा कर गिर गई, जब एक महिला गली में रास्ते से होकर गुजर रही थी। स्थानीय लोगों ने कई बार अधिकारियों से इस बिल्डिंग को गिरवाने की मांग की थी। लेकिन उनकी शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया गया।
स्थानीयों में रोष, प्रशासन पर गंभीर लापरवाही के आरोप
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने मौके पर एकत्र होकर प्रशासन की लापरवाही पर नाराजगी जताई। उन्होंने जल्द ही मलबा हटवाने व सुरक्षा व्यवस्था करने की मांग की है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि यह बिल्डिंग स्कूल के समय या व्यस्त सड़क पर गिरती, तो कई लोगों की जान जा सकती थी। उन्होंने मांग की है कि जिले में स्थित अन्य जर्जर सरकारी इमारतों का भी जल्द से जल्द निरीक्षण किया जाए।
पुलिस-प्रशासन मौके पर पहुंचा, जांच शुरू
घटना की जानकारी मिलते ही गढ़ थाना प्रभारी नीरज कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। इमारत का मलबा हटाने की कार्यवाही शुरू कर दी गई है। प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं और पूरे क्षेत्र में अन्य जर्जर भवनों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया गया है।
एसडीएम का बयान: लापरवाह अधिकारियों पर होगी कार्रवाई
एसडीएम अंकित वर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा “प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि स्कूल की यह बिल्डिंग वर्षों से खाली और खस्ताहाल स्थिति में थी। इस संबंध में संबंधित विभाग को पूर्व में सूचित किया गया था। सौभाग्य से कोई जनहानि नहीं हुई। हमने तत्काल जांच के आदेश दे दिए हैं। यदि किसी भी स्तर पर लापरवाही पाई गई, तो दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। साथ ही अन्य जर्जर भवनों की सूची बनाकर उन्हें गिराने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।”