Himachal Pradesh: राज्य में लैंडस्लाइड-बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में अबतक 51 लोगों की मौत हो चुकी है। 30 से ज्यादा लापता हैं। 40 के करीब मकान पूरी तरह ढहे हैं। मंडी जिले से बहने वाली ब्यास नदी उफान पर है। राज्य में आज तेज बारिश का रेड अलर्ट है।
Himachal Pradesh Cloud Burst: हिमाचल प्रदेश में 20-21 जून को मानसून की एंट्री हुई थी। अबतक 20 से ज्यादा बादल फटने की घटना हो चुकी हैं। अकेले 30 जून की रात मंडी और किन्नौर में 16 जगह बादल फटे। हिमाचल प्रदेश राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (HP‑SEOC) के अनुसार अब तक 5 लोगों की मौत, 16 लोग लापता और 332 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया जा चुका है।
वहीं, मंगलवार को राज्य में बादल फटने की 11 घटनाएं, चार आकस्मिक बाढ़ और एक बड़ा भूस्खलन हुआ, जिनमें से अधिकतर घटनाएं मंडी जिले में हुईं, जिससे सामान्य जनजीवन बाधित हुआ। बता दें कि सोमवार शाम से मंडी में 253.8 मिमी बारिश हुई।
राज्य में कुल 406 सड़कें बंद, 500 करोड़ रुपये का नुकसान
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, बारिश के कारण राज्य में कुल 406 सड़कें बंद हैं, जिनमें से 248 अकेले मंडी जिले में हैं, जहां 994 ट्रांसफार्मर भी बाधित हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि 24 मकान, 12 पशुशालाएं, एक पुल और कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, 30 मवेशी मारे गए हैं तथा मंडी जिले में फंसे नौ लोगों को बचाने के प्रयास जारी है। एसईओसी ने बताया कि कुल 332 लोगों को बचाया गया है, जिनमें मंडी में 278, हमीरपुर में 51 और चंबा में तीन लोग शामिल हैं।
इसके साथ ही चंडीगढ़-मनाली फोर-लेन सड़क वर्तमान में नौ मील, द्वाडा, झलोगी और बनाला सहित कई स्थानों पर अवरुद्ध है, जबकि कमांद-कटौला-बजौरा मार्ग केवल हल्के मोटर वाहनों (एलएमवी) के लिए खुला है. कई स्थानों पर यातायात की समस्याओं के कारण यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हमीरपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि 20 जून को मॉनसून के मौसम की शुरुआत के बाद से अब तक हिमाचल प्रदेश को 500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
बगलामुखी रोपवे पर हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंचे जयराम ठाकुर
नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बुधवार को बगलामुखी रोपवे से बादल फटने से हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने सेटेलाइट फोन के माध्यम से एसडीएम थुनाग से बात की। यहां थुनाग से आगे टेलीफोन सेवाएं बाधित हैं। इस कारण कहीं बात नहीं हो पा रही है। जयराम ठाकुर ने भूस्खलन और बाढ़ के कारण फंसे लोगों और पर्यटकों को सुरक्षित निकालने और खाने का प्रबंध करने को कहा। साथ ही लापता लोगों की खोज और पीड़ित परिवारों से तालमेल से बचाव एवं राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
छह जिलों में बाढ़ का अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में छह जिलों चंबा, हमीरपुर, मंडी, शिमला, सिरमौर और सोलन के कुछ हिस्सों में हल्के से मध्यम स्तर की बाढ़ की चेतावनी दी है। मौसम विभाग ने पहाड़ी राज्य के अधिकांश हिस्सों में 5 जुलाई तक भारी बारिश का ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश को देखते हुए पुलिस महानिदेशक कार्यालय ने जिला पुलिस को फंसे हुए लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने, उन्हें निकालने, हाई अलर्ट पर रहने, राहत शिविरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने, यातायात को नियंत्रित करने तथा सोशल मीडिया पर अफवाहों पर नजर रखने के लिए विशेष निर्देश जारी किए हैं।