पानीपत में बेरहम मौलवी की करतूत, बच्चे को रस्सी से बांध 4 घंटे लगातार बरसाता रहा डंडे

Panipat News: मौलवी मस्जिद से भाग चुका था। इसके बाद बच्चे को तुरंत सिविल अस्पताल ले जाया गया। मामले की शिकायत पुलिस को दी गई है। Child Brutally Beat in Mosque: पानीपत की एक मस्जिद में 9 साल के बच्चे को मौलवी ने बुरी तरह पीटा। मौलवी ने बच्चे के हाथ-पैर रस्सी से बांध लगातार […]
Khushi
By : Updated On: 23 Sep 2025 18:13:PM
पानीपत में बेरहम मौलवी की करतूत, बच्चे को रस्सी से बांध 4 घंटे लगातार बरसाता रहा डंडे

Panipat News: मौलवी मस्जिद से भाग चुका था। इसके बाद बच्चे को तुरंत सिविल अस्पताल ले जाया गया। मामले की शिकायत पुलिस को दी गई है।

Child Brutally Beat in Mosque: पानीपत की एक मस्जिद में 9 साल के बच्चे को मौलवी ने बुरी तरह पीटा। मौलवी ने बच्चे के हाथ-पैर रस्सी से बांध लगातार 4 घंटे तक डंडे बरसाए। बच्चे का कसूर सिर्फ इतना था कि वह एक दिन तालीम लेने के लिए मस्जिद नहीं आया। बच्चा जब घर नहीं लौटा तो घरवाले बच्चे को ढूंढते हुए मस्जिद पहुंचे।

तभी परिवार वाले मौलवी के कार्यालय में गए। बच्चे को बांधकर एक तरफ गिराया हुआ था। बच्चे के शरीर पर काफी चोट के निशान थे। मौलवी मस्जिद से भाग चुका था। इसके बाद बच्चे को तुरंत सिविल अस्पताल ले जाया गया। मामले की शिकायत पुलिस को दी गई है।

9 साल के बेटे ने परिवार वालों को बताया कि वह रविवार को तालीम लेने मस्जिद नहीं गया था। जैसे ही वह सोमवार दोपहर 3 बजे मस्जिद पहुंचा, तो वहां मौजूद मौलवी ने उसे ये कहते हुए पीटना शुरू कर दिया कि वह कल क्यों नहीं आया था।

मस्जिद में इमाम ने डंडों से खूब पीटा

पिता मोहम्मद अंसारी ने बताया कि वह जमींदार के पास ट्रैक्टर चलाने का काम करता है। सोमवार शाम को उसके पास घर से फोन आया। जिन्होंने बताया कि बच्चे की हालत ज्यादा खराब है, उसे मस्जिद में इमाम ने डंडों से खूब पीटा है। बच्चे के पिता ने बताया कि बच्चा यहां से पहले उत्तर प्रदेश में पढ़ता था। यहां वह पसीन गांव स्थित मस्जिद में तालीम के लिए जा रहा था। वह रोजाना दोपहर 3 बजे जाता था और शाम 5 बजे घर लौट आता था, लेकिन सोमवार को वह निर्धारित समय पर वापस नहीं आया।

मोहम्मद ने बताया कि शाम करीब 7 बजे काम से लौटी मां ने जब उसे घर पर नहीं देखा, तो वह उसकी तलाश में निकल पड़ी। उन्होंने बताया कि ढूंढते-ढूंढते उसकी पत्नी मौलवी आलीशान के कार्यालय में गई। जहां देखा कि बच्चा फर्श पर हाथ-पैर बंधे हुए पड़ा था। उसका रो-रोककर बुरा हाल था। मां को देखते ही उसने कहा कि मेरे हाथ-पैर खोल दो। इसके बाद रस्सियां खोली गईं। फिर तुरंत उसे अस्पताल ले गए।

Read Latest News and Breaking News at Daily Post TV, Browse for more News

Ad
Ad