फिर मुश्किलों में सत्येंद्र जैन, ED ने जब्त की 7.44 करोड़ रुपये की संपत्ति, जाने पुरा मामला

Satyendar Jain: सत्येंद्र जैन के खिलाफ यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून (PMLA) के तहत 15 सितंबर 2025 को की गई। ED ने यह जांच CBI की उस FIR के आधार पर शुरू की थी, जो 2017 में दर्ज हुई थी।
ED Seizes Assets of Satyendar Jain: दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उनकी कंपनियों से जुड़ी 7.44 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच कर ली है। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग कानून (PMLA) के तहत की गई है। ED की जांच CBI की उस एफआईआर के आधार पर शुरू हुई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि मंत्री रहते हुए सत्येंद्र जैन ने फरवरी 2015 से मई 2017 के बीच अपनी आय से कहीं ज्यादा संपत्ति जुटाई। CBI इस मामले में पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।
सीबीआई की ‘चार्जशीट’ और ईडी की ‘जांच’
जांच में सामने आया कि नोटबंदी के बाद नवंबर 2016 में जैन के करीबी अंकुश जैन और वैभव जैन ने करीब 7.44 करोड़ रुपये नकद बैंक में जमा किए थे और इसे आय घोषणा योजना (IDS) 2016 में दिखाया। लेकिन बाद में आयकर विभाग, दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक ने माना कि ये रकम वास्तव में सत्येंद्र जैन की ही बेनामी संपत्ति थी।
इससे पहले भी ED ने मार्च 2022 में 4.81 करोड़ की संपत्तियाँ अटैच की थीं। अब कुल मिलाकर 12.25 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त हो चुकी है, जिसे एजेंसी ने जैन की “पूरी की पूरी अवैध कमाई” बताया है। ED जल्द ही इस मामले में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल करेगी। फिलहाल केस की सुनवाई दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में चल रही है।
सत्येन्द्र जैन की कुल संपत्ति
माई नेता डॉट कॉम के मुताबिक सत्येन्द्र जैन की कुल संपत्ति 8 करोड़ 83 लाख रुपये है। हैरानी की बात ये है कि सत्येन्द्र जैन की कुल संपत्ति से ज्यादा उनके ऊपर देनदारियां हैं। सत्येन्द्र जैन पर 13 करोड़ रुपये का लोन है।
सत्येन्द्र जैन के पास एक लाख रुपये का कैश है। उन्होंने बैंकों, वित्तीय संस्थानों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में 24 लाख रुपये रखा है। बांड, शेयर और डिबेंचर एक करोड़ रुपये का है। एनएसएस, डाक बचत में 81 लाख रुपये हैं।