मंड़ी दौरे पर निकली Kangana Ranaut को देख भड़के लोग, लगाए Go Back के नारे, दिखाए काले झंडे

Kangana Ranaut Manali Visit: हिमाचल प्रदेश के मंडी संसदीय क्षेत्र की सांसद कंगना रनोट ने मनाली के आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा किया और इस दौरान उसे भारी विरोध का सामना करना पड़ा।
Kangana Ranaut: हिमाचल प्रदेश के मनाली विधानसभा दौरे पर पहुंचीं सांसद कंगना रनौत को पतलीकूहल में यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा। मनाली जाते समय रास्ते में सांसद कंगना को पतलीकूहल में विरोध का सामना करना पड़ा। कंगना बाढ़ से क्षतिग्रस्त पुल और घरों का जायज़ा लेने यहां पहुंची थीं। लोगों ने काले झंड़े दिखाकर गो बैक के नारे लगाए।
लोगों ने काले झंडे लहराते हुए गो बेक के नारे लगाए
कंगना जैसे ही मनाली की तरफ से आपदा प्रभावितों से मिलने और नुकसान का जायजा लेने के लिए पतलीकूहल पहुंचीं तो लोगों ने काले झंडे लहराते हुए गो बेक के नारे लगाए। इस दौरान खूब गहमागहमी का माहौल बना रहा. विरोध को देखते हुए भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। स्थिति बिगड़ने से पहले पुलिस ने मोर्चा संभाला और मौके पर मौजूद तीन प्रदर्शनकारियों से पुलिस पूछताछ कर रही है।
मामले पर मनाली यूथ कांग्रेस अध्यक्ष मनीष ठाकुर ने कहा, हिमाचल में आपदा के दौरान सांसद कंगना रनोट नदारद रहीं। उन्होंने कहा- जब कुल्लू-मनाली में भारी तबाही हुई, उस दौरान सांसद ने चुनाव क्षेत्र में आना उचित नहीं समझा। जब जन जीवन पटरी पर लौटा है, अब जाकर कंगना मनाली पहुंच कर राजनीति कर रही हैं।
कंगना ने घेरी राज्य सरकार
मीडिया से बातचीत में उन्होंने राज्य सरकार पर पेड़ों को काटकर लकड़ी बेचने के गंभीर आरोप लगाए। कहा कि राज्य सरकार केंद्र से मिल रही राहत का पैसा अन्य जगह डायवर्ट कर रही है। एनएचएआई ने आपदा के तुरंत बाद सड़कों को बहाल करने का कार्य शुरू किया लेकिन राज्य सरकार अभी तक सड़कों को नहीं खोल पाई।
कंगना ने आगे कहा कि वे मुख्यमंत्री को इस बारे में पत्र लिखेंगी। जिनके घर क्षतिग्रस्त हो गए उनमें कइयों को अभी मदद नहीं मिली। केंद्र से हिमाचल को तीन साल में 10 हजार करोड़ से अधिक की मदद मिली है। उन्होंने प्रभावितों को हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। पूर्व मंत्री गोविंद ठाकुर भी उनके साथ मौजूद रहे।
लोगों का आरोप था कि जब कुदरत की मार पड़ रही थी और उन्हें मदद की ज़रूरत थी, तब उनकी सांसद उनके बीच मौजूद नहीं थीं।